शिक्षा का महत्त्व/Importance of Education
Importance of Education/शिक्षा का महत्त्व
शिक्षा का महत्त्व:- कलम ने इस देश मे अनेक बार इतिहास लिखा, कलम का मतलब शिक्षा है, शिक्षा अच्छी व बुरी हो सकती है लेकिन जिन लोगों ने अच्छी शिक्षा का महत्व को समझा और
उस पर विचार व अमल किया उन महान पुरुषों ने इस देश व समाज को एक नई दिशा दी
ओर वे सदा के लिए इतिहास मे स्थान बना गए। हमारे इतिहास में ऐसे हजारो
उदहारण है जैसे महात्मा गाँधी, जवाहरलाल नेहरु आदि ने शिक्षा ब अपनी सोच के आधार
पर हमे अंग्रेजो से मुक्त कराकर हमारे देश को स्वंत्रता दिलाई थी
शिक्षा ही बताती
है अच्छे और बुरे में फर्क:- क्योंकि शिक्षा ही आपको जीवन जीना सिखाती है अच्छे बुरे का फर्क बताती है। अगर आप सामान्य भाषा में शिक्षा की बात करे तो वह आपको शिक्षित कहलाने का हक़ देता है। उससे ऊपर अगर आप शिक्षा ग्रहण करते है और जिस स्तर की शिक्षा आप ग्रहण करते है वह आपके लिए आपके भविस्य को सुधारने में सहायक सिद्ध होती है।
शिक्षा और ज्ञान
कभी भी कम नही होता:- दोस्तों शिक्षा और आपका ज्ञान एक ऐसी वस्तु है जो कभी भी समाप्त नही
होती बल्कि जितना आप उसका प्रचार करोगे या किसी को डोज इससे आपका ज्ञान बढेगा ही इसका
ना तो चोरी हो जाने का भय रहता है और ना ही खो जाने का
शिक्षा के
प्रकार:- क्या इन सब से हट कर कुछ और भी हो सकता है शिक्षा का अर्थ या परिभाषा? अगर आप सही मायने में देखे तो शिक्षा दो प्रकार की हो सकती है:
1) अर्थोपार्जन
2) बौद्धिक विकास
बौद्धिक विकास की शिक्षा भी दो तरह की हो सकती है
1) आत्म विकास
2) सामाजिक उपयोग में लाने वाली शिक्षा
शिक्षा को आप किसी भी दायरे में नहीं बांध सकते है यह अविरल है स्वक्ष पानी की तरह।
1) अर्थोपार्जन
2) बौद्धिक विकास
बौद्धिक विकास की शिक्षा भी दो तरह की हो सकती है
1) आत्म विकास
2) सामाजिक उपयोग में लाने वाली शिक्षा
शिक्षा को आप किसी भी दायरे में नहीं बांध सकते है यह अविरल है स्वक्ष पानी की तरह।
किस शिक्षा की
आवश्यकता:- अब सवाल उठता है की हमारे समाज को कौन सी शिक्षा की आवश्यकता है?
तो दोस्तों हमारे समाज और देश को दोनों तरह की शिक्षा की आवश्यकता है जब तक हमारा बौद्धिक विकास नहीं होगा हम यह समझने के लिए तैयार नहीं हो पाएंगे की अच्छा क्या है? बुरा क्या है?। अर्थोपार्जन वाली शिक्षा इसीलिए जरुरी है क्योंकि समाज अपने आप को गरीबी की जीवन से ऊपर कर सकेगा।
तो दोस्तों हमारे समाज और देश को दोनों तरह की शिक्षा की आवश्यकता है जब तक हमारा बौद्धिक विकास नहीं होगा हम यह समझने के लिए तैयार नहीं हो पाएंगे की अच्छा क्या है? बुरा क्या है?। अर्थोपार्जन वाली शिक्षा इसीलिए जरुरी है क्योंकि समाज अपने आप को गरीबी की जीवन से ऊपर कर सकेगा।
संगती का असर पड़ता
है शिक्षा पर:-ऐसी शिक्षा का क्या महत्त्व है? जब कोई गरीव स्कूल जाए लेकिन पढ़ ना पाए बर्तमान समय में इतने स्कूल है फिर भी
हमारे समाज का विकास नही है दोस्तों पढने बाला और जिसको कुछ सीखना हो तो बह कही से
भी सिख सकता है क्योंकि स्कूल
कभी शिक्षा नहीं देता है, पढ़ने वाला कही से भी पढ़ लेता है उसको किसी इंटरनेशनल स्कूल की जरुरत नहीं। आप
शिक्षा को बढ़ावा दीजिये, लोगो में जागरूकता फैलाये। पढ़ना हर कोई चाहता है लेकिन हालात कभी यह करने नहीं देता है या कभी आपकी बुरी संगती ऐसा करने नहीं देती।
शिक्षा को दे बढ़ावा:- शिक्षा को बढ़ावा देने के उपायों पर सोचे ना की
स्कूलों के बारे में। आज ज्यादा बच्चे स्कूल छोड़ रहे है हमारे समय के
वनिस्पत क्यों किसी ने सोचा है जबकि आज बच्चों को खाना, पैसा, ड्रेस, किताब, कॉपी फिर भी हाल पहले से बदतर तो सोचना कहाँ होगा यह देखने वाली बात है।
भवन कभी आपके पढ़ने में सहायक हो सकता है लेकिन उन्नति करने के लिए
मजबूर नहीं कर सकता है।
निष्कर्ष:-आपको समझाना होगा लोगो को उसकी उपयोगिता बतानी होगी। उन्हें आपको अपना उदाहरण देकर समझाना होगा। जब तक आप उदाहरण पेश नहीं करेंगे लोग आकर्षित नहीं हो पाएंगे,
क्योंकि जब तक लोग आकर्षित नही होगे जब तक आपके समझाने का कोई भी फायदा नही है फायदा तभी
पहुंचेगा जब लोग आपकी बात से आकर्षित होगे । कभी कोई चीज आसान नहीं होती है उसे आसान बनाना
पड़ता है लगातार कोशिश करनी पड़ती है। मैं जब गाँव जाता हूँ तो अपने स्कूल जरूर जाता हूँ, इसीलिए की देखना चाहता हूँ की टीचर कैसे पढ़ाते है अगर उनको किसी चीज़ की परेशानी है तो मैं दूर कर सकूँ तो अवश्य करता हु ।
धन्यवाद।
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