फिर हमने पूछा आप क्या करना चाहते हो???? किसी का जवाब था #मैं_बहुत_बड़ा_आदमी_बनना_चाहता_हु_ताकि_मेरे_मम्मी_को_काम_न_करना_पड़े_उस_बच्चे_के_इन_शब्दों_ने_हमारा_दिल_जीत_लिया। आज #वर्तमान_समय_मे_जब_बच्चे_बड़े_हो_जाते_है_उस_समय_अपने_माता_पिता_को_घर_से_निकाल_देते_है_या_वृद्धा_आश्रम_मे_छोड़_देते_है_या_उनके_साथ_सही_व्यवहार_नही_करते_है
फिर हमने अन्य बच्चों से पूछा तो जवाब मिला मुझे बहुत पैसे कमाने है। इस तरह सभी के जवाब अलग-अलग थे.
फिर हमने पूछा आप यह सब कैसे करोगे तो उनके पास इस का कोई जवाब नही था।
फिर हमने कहा आप यह सब पढ़-लिखकर कर सकते हो। फिर हमने उनके #स्कूल_के_बारे_में_जाना_तो_पता_चला_कि_कोई_भी_बच्चा_स्कूल_पड़ने_नही_जाता_है_जिसका_कारण_है_स्कूल_की_बढ़ती_फीस_और_नजदीक_मे_किसी_सरकारी_स्कूल_का_न_होना
फिर हमने कहा हम आपको पढ़ाएंगे तो कौन- कौन पढ़ना चाहेंगा??? सभी का जवाब था हम फिर हमने कहा हम आपके क्षेत्र में जल्द ही एक
#निशुल्क_शिक्षा_केन्द्र की शुरुआत करेंगे जहाँ से आपको ड्रेस, किताबे, कॉपिया सभी निशुल्क मिला करेगे। *यह जानकर सभी बच्चे बहुत खुश हुए और जोरदार तालिया बजाकर हमारा आभार धन्यवाद दिया।।
#नोट:- यह कोई कहानी नही है, यह सच्चाई है भाग्पट जिले के भट्टा मजदूरो पर कार्य करने वाले मजदूरो और उनके बच्चो की| यदि आपके आस पास भी ऐसे बच्चे है जो पढना चाहते है लेकिन स्कूल फीस आदि के कारण नही पड़ पाते है, ऐसे बच्चो की जानकारी सम्पूर्ण पता के साथ हमारे ईमेल पर साझा करे, साथ में अपना नंबर भी जरुर डाले जिससे हमारी टीम आपसे संपर्क कर सके
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